Inverter Ac vs Non inverter Ac in hindi

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इनवर्टर एयर कंडीशनर (Inverter AC) और नॉन-इनवर्टर एयर कंडीशनर (Non-Inverter AC) दो अलग-अलग प्रकार के होते हैं। नीचे दिए गए तालिका में इन दोनों विधियों के मुख्य अंतर दिए गए हैं:

विशेषता इनवर्टर एसी नॉन-इनवर्टर एसी
ऊर्जा कंजम्प्शन इनवर्टर एसी ऊर्जा को सहेजता है और कंप्रेसर को धीमी गति पर चलाता है। नॉन-इनवर्टर एसी के कंप्रेसर को स्थायी गति पर चलाता है और ऊर्जा कंजम्प्शन में कुछ अधिक होता है।
टेम्परेचर कंट्रोल इनवर्टर एसी स्थायी टेम्परेचर को बनाए रखता है और रुखवार टेम्परेचर बदलता है। नॉन-इनवर्टर एसी टेम्परेचर को स्थायी रखता है और रुखवार टेम्परेचर परिवर्तित नहीं करता है।
कम्प्रेसर की गति इनवर्टर एसी के कंप्रेसर की गति स्थिर नहीं होती है और आवश्यकतानुसार नियंत्रित होती है। नॉन-इनवर्टर एसी के कंप्रेसर की गति स्थिर रहती है और नियंत्रित नहीं होती है।
विशेषता इनवर्टर एसी नॉन-इनवर्टर एसी
शोर और इंधन इनवर्टर एसी शांत और इंधन के उपयोग में थोड़ा कम होता है। नॉन-इनवर्टर एसी ज्यादातर शोर करता है और अधिक इंधन का उपयोग करता है।
कंप्रेसर की लंबाई इनवर्टर एसी के कंप्रेसर की उम्र बढ़ती है और उच्च ध्वनि कम करता है। नॉन-इनवर्टर एसी के कंप्रेसर की उम्र घटती है और उच्च ध्वनि करता है।
प्राकृतिक टेम्परेचर इनवर्टर एसी गर्मियों में प्राकृतिक टेम्परेचर को बेहतर रूप से बनाए रखता है। नॉन-इनवर्टर एसी गर्मियों में प्राकृतिक टेम्परेचर को पूरी तरह से नियंत्रित नहीं करता है।

 

विशेषता इनवर्टर एसी नॉन-इनवर्टर एसी
गर्मी की नियंत्रण क्षमता इनवर्टर एसी गर्मियों की नियंत्रण क्षमता में बेहतर होता है। नॉन-इनवर्टर एसी की गर्मियों की नियंत्रण क्षमता थोड़ी कम होती है।
कंप्रेसर की चाल इनवर्टर एसी के कंप्रेसर अपनी चाल को स्वतंत्र रूप से नियंत्रित करता है। नॉन-इनवर्टर एसी के कंप्रेसर की चाल का नियंत्रण अलग तरीकों से किया जाता है।
अधिक लंबाई और छोटाई की क्षमता इनवर्टर एसी कम समय में अधिक लंबाई और छोटाई की क्षमता रखता है। नॉन-इनवर्टर एसी अधिक समय में लंबाई और छोटाई की क्षमता रखता है।
ऊर्जा की बचत इनवर्टर एसी ऊर्जा की बचत में बेहतर होता है और बिजली के खर्च को कम करता है। नॉन-इनवर्टर एसी ऊर्जा की बचत में कम अस्तित्व रखता है और अधिक बिजली का उपयोग करता है।

 

इनवर्टर एयर कंडीशनर (Inverter AC) और नॉन-इनवर्टर एयर कंडीशनर (Non-Inverter AC) में अंतर होता है। इनवर्टर एयर कंडीशनर एक उन्नत तकनीक है जो ऊर्जा की बचत करती है और बिजली के खर्च को कम करती है। इसमें एक इनवर्टर कंप्रेसर होता है जो कंप्रेसर की गति को स्थायी नहीं रखता है, बल्कि आवश्यकतानुसार नियंत्रित करता है। यह ऊर्जा की बचत करके कंप्रेसर को कम शोर पर चलाता है और टेम्परेचर को स्थिर रखता है। इसके परिणामस्वरूप, इनवर्टर एसी में बिजली का खर्च कम होता है और एक स्थिर और सुखद तापमान प्रदान करता है।

वहीं, नॉन-इनवर्टर एयर कंडीशनर में कंप्रेसर की गति स्थायी रहती है और ऊर्जा कंजम्प्शन में थोड़ी अधिक होती है। इसके कंप्रेसर को स्थिर गति पर चलाया जाता है, जिससे यह बिजली का अधिक उपयोग करता है। नॉन-इनवर्टर एसी के कंप्रेसर की गति स्थिर रहने के कारण यह टेम्परेचर को स्थिर रखता है

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