बांड (BOND) क्या होता है

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बांड (अंग्रेजी: Bond) एक वित्तीय संरचना होती है जो एक उधारी या ऋण का प्रतिष्ठान करती है। यह कंपनियों, सरकारों, और अन्य संगठनों द्वारा जारी की जाती है ताकि उन्हें नकदी आवश्यकताओं को पूरा करने या परियोजनाओं को विकसित करने के लिए पूंजी का आपूर्ति करने में सहायता मिल सके।

बांड एक आदेश होती है जिसमें उधारी धनराशि, ब्याज दर, और लौटाने की अवधि निर्धारित होती हैं। यह उधारीदाता को निर्धारित समयावधि के दौरान ब्याज के साथ उधारी राशि की वापसी करने की गारंटी देती है। उधारीदाता बांड की खरीदारी करके उधारी राशि प्रदान करता है और उद्धरण दर मिलता है जो आधारभूत राशि के एक प्रतिष्ठित प्रतिशत के रूप में निर्धारित होता है।

बांड निवेशकों के लिए सुरक्षित और नियमित नकदी आय की स्रोत हो सकती हैं, जबकि उधारीदाता के लिए यह उच्चतम दर और उपयुक्त ऋण प्राप्ति की सुविधा प्रदान करती हैं।

बांड एक प्रकार का आवंटनवादी निवेश साधारित कर सकती है, जिसका अर्थ होता है कि यह निवेशकों को निर्धारित समयावधि के लिए धनराशि का निवेश करने का मौका देती है। यह धनराशि उद्धरण दर के साथ एक निश्चित मूल्य वाली सुरक्षित आवंटन के रूप में बेची जाती है।

बांड के प्रमुख तत्व शामिल होते हैं:
1. मुद्रा: बांड एक मुद्रा (उदाहरण के लिए, डॉलर, यूरो, येन) में निर्धारित होती है, जो उधारी धनराशि की मान्यता देती है।
2. विपत्रित तिथि: बांड की विपत्रिति तिथि यह निर्धारित करती है कि उधारी धनराशि का वापसी कब होगी।
3. ब्याज दर: यह बांड पर प्रदान किए गए ब्याज की दर होती है जिसे उधारीदाता नकदी आय के रूप में प्राप्त करता है।
4. वाणिज्यिक मूल्य: बांड की वाणिज्यिक मूल्य वह धनराशि है जिसे बाजार में खरीदने और बेचने के लिए निर्धारित किया जाता है।
5. क्रेडिट रेटिंग: बांड कंपनियों और सरकारों के लिए क्रेडिट रेटिं

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